पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन विभाग की एक पहल
योजना का उद्देश्य
- पशुधन की गुणवत्ता को बेहतर बनाना।
- देश में पशुधन की पहचान और ट्रैकिंग की सुविधा प्रदान करना।
- पशुधन की उत्पादकता को बढ़ावा देना।
- पशुधन के लिए वैज्ञानिक और तकनीकी सहायता प्रदान करना।
कार्यान्वयन एजेंसियां
इस योजना का कार्यान्वयन पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन विभाग द्वारा किया जाता है। साथ ही राज्य स्तर पर स्थानीय पशुपालन विभाग और संबंधित एजेंसियां भी इस योजना को लागू करने में सहयोग करती हैं।
लक्ष्य समूह
यह योजना मुख्य रूप से निम्नलिखित को लाभ पहुंचाने के लिए बनाई गई है:
- पशुपालक किसान
- डेयरी उद्योग
- पशुधन पालन से जुड़ी सहकारी समितियां
- मत्स्य पालन से जुड़े व्यवसायी
निधि पैटर्न
इस योजना के लिए केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा संयुक्त रूप से वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। निधि का वितरण योजना के उद्देश्यों और कार्यों को ध्यान में रखते हुए किया जाता है।
योजना से लाभ
- पशुधन की स्वास्थ्य स्थिति और उत्पादकता में सुधार।
- पशुपालकों को तकनीकी और वित्तीय सहायता।
- राष्ट्रीय स्तर पर पशुधन की ट्रैकिंग और रिकॉर्डिंग की सुविधा।
- पशुपालन से संबंधित व्यवसायों को बढ़ावा।
अधिक जानकारी के लिए
इस योजना के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए पशुपालन डेयरी और मत्स्य पालन विभाग द्वारा केन्द्रीय पशु समूह पंजीकरण योजना।